दुर्ग : 22 अप्रैल 2023 महानदी जल बटवारे को लेकर न्यायलय के निर्देश पर अभिकरण के अध्यक्ष जस्टिस एएम खानविलकर और सदस्य जस्टिस रवि रंजन, जस्टिस इन्द्रमीत कौर और जस्टिस एके पाठक सिंचाई योजना का निरीक्षण करने दुर्ग पहुंचे। मालूम हो कि दो राज्यों के जल बटवारें को लेकर काफी दिनों से विवाद चल रहा है।
छत्तीसगढ़ और उड़ीसा राज्य के बीच चल रहे महानदी जल बटवारे के विवाद को लेकर बने जल विवाद अभिकरण के अध्यक्ष और सदस्यों की टीम दुर्ग पहुंची हुई है। टीम ने यहां धमधा ब्लॉक अंतर्गत टेमरी लघु सिंचाई योजना का निरीक्षण किया। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ जल संसाधन विभाग और उड़ीसा के अधिकारी भी उपस्थित रहे।
बताया जाता है कि महानदी जल बटवारे का मामला न्यायालय में काफी दोनों से लंबित है। इस मामले को सुलझाने के लिए न्यायालय के आदेश पर महानदी जल विवाद अभिकरण का गठन किया गया था। इस अभिकरण के अध्यक्ष जस्टिस एएम खानविलकर और सदस्य जस्टिस रवि रंजन, जस्टिस इन्द्रमीत कौर और जस्टिस एके पाठक हैं। सभी न्यायाधीश दुर्ग जिले के धमधा ब्लॉक अंतर्गत टेमरी गांव स्थित टेमरी लघु सिंचाई योजना का निरीक्षण करने शुक्रवार को पहुंचे थे। न्यायाधीशों को पहले चरण में 18 से 22 अप्रैल 2023 तक यहां की योजनाओं का निरीक्षण करना था। जिसमें 21 अप्रैल को इन्होंने दुर्ग जिले की योजना का निरीक्षण पूर्ण कर उन्होंने जल संसाधन विभाग छत्तीसगढ़ शासन के अधिकारियों और इंजीनियर्स से सिंचाई योजना के बारे में जानकारी ली।
निरीक्षण के दौरान दोनों राज्यों के अधिकारी रहे मौजूद
अभिकरण के अध्यक्ष और सदस्यों के साथ नरीक्षण में छत्तीसगढ़ और उड़ीसा राज्य के जल संसाधन विभाग के अधिकारी भी मौजूद रहे। इसमें छत्तीसगढ़ से जल संसाधन विभाग के सचिव अनबलगन पी., दुर्ग कलेक्टर पुष्पेन्द्र कुमार मीणा, प्रमुख अभियंता इन्द्रजीत उईके, मुख्य अभियंता महानदी जलाशय परियोजना राकेश नगरिया, मुख्य अभियंता महानदी गोदावरी कछार रायपुर समीर जार्ज, अधीक्षण अभियंता दिनेश कुमार भगोरिया, कार्यपालन अभियंता सुरेश कुमार पाण्डेय उपास्थि थे।