उत्तर प्रदेश : 07 जून 2023 उत्तर प्रदेश के लखनऊ में गैंगस्टर संजीव माहेश्वरी जीवा की बुधवार को कोर्ट परिसर के भीतर गोली मारकर हत्या कर दी गई. इस हत्या की जांच के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एसआईटी (SIT) गठित करने का आदेश दिया है. तीन सदस्यों की एसआईटी में एडीजी टेक्निकल मोहित अग्रवाल, आईपीएस नीलाब्जा चौधरी और अयोध्या के आईजी प्रवीण कुमार होंगे. एक सप्ताह में जांच पूरी करने के निर्देश दिए गए हैं.

वहीं इस हत्या के तुरंत बाद अदालत परिसर पहुंचे लखनऊ के पुलिस आयुक्त एसबी शिरोडकर ने कहा, ‘‘लखनऊ जेल में बंद संजीव माहेश्वरी जीवा को एक मामले में सुनवाई के लिए अदालत लाया गया था, जहां हमलावर की ओर से गोली मारकर उसकी हत्या कर दी गई.’’ उन्होंने बताया कि हमलावर अधिवक्ताओं की पोशाक पहनकर आए थे. पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुख्यात गैंगस्टर संजीव जीवा को मुख्तार अंसारी गिरोह का सदस्य माना जाता था. वह बीजेपी एक नेता की हत्या का आरोपी था.

कृष्णानंद राय हत्याकांड में भी आया था नाम

संजीव जीवा का कृष्णानंद राय हत्याकांड में भी नाम आया था. हालांकि, इस मामले में 2005 में कोर्ट ने उसे बरी कर दिया था. पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, संजीव जीवा पर 22 से ज्यादा मुकदमे दर्ज थे. इनमें से 17 मामलों में वह बरी हो चुका था. वो काफी समय से जेल में था. उस पर जेल से गैंग चलाने के भी आरोप लगते रहते थे.

आरएलडी से चुनाव लड़ चुकी है जीवा की पत्नी

बता दें कि संजीव जीवा की एक साल पहले जिला प्रशासन ने सिविल लाइन क्षेत्र के महावीर चौक पर स्थित 4 करोड़ की संपत्ति पर सीलिंग की कार्रवाई की थी. यह बेनामी संपत्ति संजीव जीवा की पत्नी पायल माहेश्वरी के नाम से है. संजीव जीवा की पत्नी पायल महेश्वरी 2017 के यूपी विधानसभा चुनाव में मुजफ्फरनगर सदर सीट से राष्ट्रीय लोक दल के बैनर पर चुनाव लड़ी थी.

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