दिल्ली : सोशल मीडिया पर आजकल एक खबर तेजी से वायरल हो रही है, जिसमें कहा जा रहा कि स्टार (*) symbol चिन्ह वाला 500 रुपये का नोट नहीं चलेंगे। इस पर रिजर्व बैंक ने गुरुवार को ऐसे नोटों की वैधता पर लोगों की चिंताओं को दूर करते हुए कहा कि ये करेंसी नोट किसी भी अन्य कानूनी बैंक नोट के समान है। आरबीआई ने कहा कि यह प्रतीक बैंकनोट के नंबर पैनल में डाला जाता है, जिसका उपयोग क्रमबद्ध क्रमांकित बैंकनोटों के 100 के पैकेट में दोषपूर्ण प्रिंट नोटों के रिप्लेसमेंट के रूप में किया जाता है।

अगर आपको अगली बार नोटों के नंबर पैनल में स्टार सिम्बल (*) symbol वाला बैंक नोट मिले तो परेशान होने की आपको जरुरत नहीं है. स्टार सिम्बल वाले बैंक नोट कानूनी रूप से वैद्य हैं. इन नोटों को लेकर भारतीय रिजर्व बैंक ने सफाई दी है. आरबीआई ने कहा कि स्टार सिम्बल वाला बैंक नोट उसी प्रकार कानूनी रूप से मान्य है जैसे बिना बगैर स्टार सिम्बल वाला बैंक नोट. आरबीआई ने कहा कि बैंक नोट के प्रीफिक्स और सीरियल नंबर के बीच में स्टार सिम्बल को जोड़ा जाता है. स्टार सिम्बल वाले बैंक नोट से इस बात की पहचान होती है कि ये नोट बदला गया है या फिर नोट के गल जाने या खराब हो जाने के बाद उसी नंबर और प्रीफिक्स के साथ स्टार सिम्बल जोड़कर फिर से छापा गया है |

इसके अलावा पीबीआई फैक्ट चेक ने भी ट्विट कर बताया है कि कहीं आपके पास भी तो नहीं है स्टार चिह्न (*) symbol वाला नोट? कहीं ये नकली तो नहीं? घबराइए नहींद्ध ऐसे नोट को नकली बताने वाले मैसेज फर्जी है। RBI द्वारा दिसंबर 2016 से नए ₹500 बैंक नोटों में स्टार चिह्न (*) की शुरुआत की गई थी। क्या है वायरल मैसेज में: “पिछले 2-3 दिनों से * चिह्न वाले ये 500 के नोट बाजार में चलन शुरू हो गए हैं। ऐसा नोट इंडसइंड बैंक से लौटाया गया है, यह नकली है नोट, आज एक मित्र को एक ग्राहक से ऐसे 2-3 नोट मिले, लेकिन ध्यान देने के कारण उन्होंने तुरंत वापस कर दिएद्ध ग्राहक ने यह भी कहा कि यह नोट किसी ने सुबह दिया था। अपना ध्यान रखना। बाजार में नकली नोट ले जाने वाले फेरीवालों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है।

क्यों लगाया जाता है स्टार निशान: आरबीआई के मुताबिक, स्टार का निशान ऐसे नोट में लगाया जाता है, जिसे गलत छपे हुए या किसी गलती की वजह से इस्तेमाल के लायक न रहने वाले नोट की जगह पर बदला जाता है। सीरियल नंबर वाले नोटों की गड्डी में गलत ढंग से छपे नोट के बदले स्टार निशान वाले नोट जारी किए जाते हैं।

आरबीआई ने अपने एफएक्यू (FAQ) में कहा कि 2006 तक आरबीआई जो नोट छापा करता था वो सीरियल नंबर में हुआ करता था. ये सभी नोटों में सीरियल नंबर के साथ अंकों और लेटर के साथ प्रीफिक्स हुआ करता था. ये नोट 100 पीस के पैकेट में जारी किया जाता है. खराब हो चुके नोटों की फिर से छपाई के लिए स्टार सीरीज सिस्टम को अपनाया गया. स्टार सीरिज वाले नोट सामान्य करेंसी नोट्स के समान ही कानूनी तौर पर मान्य हैं. बस इसके नंबर पैनल में प्रीफिक्स और नंबर के बीच स्टार सिम्बल भी होता है |

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