निर्मला सीतारमण

दिल्ली :  1 फरवरी 2024

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण गुरुवार को संसद में वित्त वर्ष 2024-25 के पहले चार महीनों के लिए अंतरिम बजट पेश करेंगी.

मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में वित्त मंत्री बनीं सीतारमण का यह कुल छठा और पहला अंतरिम बजट होगा.

निर्मला सीतारमण सुबह 11 बजे लोकसभा में बजट भाषण पढ़ना शुरू करेंगी.

इस बजट में महंगाई पर नियंत्रण रखते हुए खपत और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने का सरकार पर दबाव होगा. साथ ही नौकरी करने वालों पर से कर का बोझ कम करने के लिए आयकर में छूट देने की अपेक्षा भी सरकार से होगी.
मनरेगा के बजट और किसान सम्मान योजना के तहत हर साल मिलने वाली 6,000 रुपए की मदद में बढ़ोतरी होने की उम्मीद है हालांकि लोगों की उम्मीदें कितनी पूरी होती हैं, ये तो अंतरिम बजट के पेश होने के बाद ही पता चल पाएगा.

क्या होता है अंतरिम बजट

यह बजट कोई पूर्ण बजट नहीं बल्कि लेखानुदान मांग (वोट ऑन अकाउंट) ही होता है| इसमें वित्त वर्ष 2024-25 के शुरू के 4 महीनों के अपने खर्चों को पूरा करने के लिए सरकार संसद से अनुमति मांगेगी| लोकसभा चुनाव के बाद बनने वाली सरकार जुलाई में बाद के 8 महीनों के लिए पूर्ण बजट पेश करेगी.

अंतरिम बजट के कारण ही मौजूदा वित्त वर्ष 2023- 24 की आर्थिक समीक्षा अभी पेश नहीं होगी. इसे पूर्ण बजट के समय पेश किया जाएगा |

स्वतंत्र भारत का पहला बजट 26 नवंबर, 1947 को आरके षणमुखम चेट्टी ने पेश किया था। आपकी जानकारी के लिए बता दें के आरके षणमुखम चेट्टी भारत के पहले वित्त मंत्री भी थे।

आपको जानकर आश्चर्य होगा कि भारत में ब्रीफकेस में बजट लाने की परंपरा बीते लंबे समय से चली आ रही थी। इसे साल 2019 में तोड़ा गया। इस साल केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एक खास तरह के फोल्डर में बजट लेकर आई थी, जिसे लाल रंग के रेशमी कपड़े में लपेटा गया था। इसके ऊपर एक राष्ट्रीय प्रतीक भी था।

क्या आपको इस बारे में पता है कि आखिर बजट शब्द की उत्पत्ति कहां से हुई थी। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि बजट शब्द की उत्पत्ति फ्रांसीसी शब्द बुगेट से हुई थी। इसका अर्थ चमड़े की थैली होता है।

साल 2017 में रेल बजट को केंद्रीय बजट में मिला दिया गया था। वहीं जवाहर लाल नेहरू, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी देश के एकमात्र ऐसे प्रधानमंत्री हैं, जिन्होंने बजट को पेश किया।

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