लखन साहू
बिलाईगढ़:
26 नवंबर शनिवार को ग्राम पंचायत पंडरीपानी के स्कूल में आत्मरक्षा के लिए छात्र– छात्राओं को सिखाया जा रहा है, मार्शल आर्ट कला तायक्वांडो , मार्शल आर्ट का एक कोरियाई रूप है , जिसमें मुक्का मारने और लात मारने की तकनीक की विशेषता है, जिसमें सिर की ऊंचाई पर किक, स्पिनिंग जम्प किक और तेज किकिंग तकनीक पर जोर दिया जाता है। का शाब्दिक अनुवाद “किकिंग”, “पंचिंग” और “कला या तरीका” है। वे एक प्रकार की मार्शल आर्ट हैं जिसमें कभी-कभी हथियारों के उपयोग के साथ, कभी भी या कहीं भी हाथों और पैरों से हमला या बचाव किया जाता है। तायक्वोंडो में किया गया शारीरिक प्रशिक्षण उद्देश्यपूर्ण है | और मानसिक आयुध के माध्यम से मन की शक्ति को बढ़ावा देता हैं और शरीर को स्पूर्ति व ताकत प्रदान करता है| साथ ही भारतीय संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर को याद करते हुए उनकी छाया चित्र पर माल्यार्पण कर संविधान दिवस की बधाई दी ..

जिसमें शिक्षक राधेश्याम बघेल , राकेश जटवार ,नीलकुमार देवांगन, सत्तार खान ,लेखाराम, खुटे व शिक्षिका रुकमणी साहू उपस्थित थे | बच्चों को अपने अधिकार के बारे में अवगत कराया  |

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