कवर्धा : 17 मार्च 2023 खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग रायपुर के द्वारा सार्वजनिक वितरण प्रणाली एवं सार्वभौम पीडीएस के अंतर्गत प्रचलित सभी राशन कार्डधरियों को माह अप्रैल एवं मई 2023 के लिए पात्रता अनुसार चांवल का आबंटन एवं वितरण एकमुश्त माह अप्रैल 2023 में किया जाना है। इसके लिए 02 माह के चांवल एवं अन्य राशन सामग्री के परिवहन के लिए आवश्यक वाहनों की व्यवस्था एवं भंडारण पूर्ण किए जाने के लिए निर्देशित किया गया है। माह अप्रैल 2023 में 02 माह के भंडारित खाद्यान्न की निगरानी करने के लिए निगरानी समिति एवं संबंधित क्षेत्र के खाद्य निरीक्षकों को निर्देशित किया गया है। जिले के प्रत्येक उचित मूल्य दुकान के लिए चांवल उत्सव का आयोजन कर राशन कार्डधारियों को 2 महीने का चांवल माह अप्रैल 2023 में एक मुस्त वितरण किया जाएगा। चांवल को छोड़कर शेष राशन सामग्री जैसे-शक्कर, नमक केरोसिन एवं अनुसूचित क्षेत्रों में चना की माहवार पात्रता अनुसार ही वितरण किया जाएगा।
फोर्टीफाइड राईस कुपोषण से सुपोषण की ओर एक कदमजिला खाद्य अधिकारी अरूण कुमार मेश्राम ने बताया कि राज्य शासन द्वारा निर्णय लिया गया है कि राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के समान ही छत्तीसगढ़ खाद्य एवं पोषण सुरक्षा अधिनियम के अंतर्गत जारी अंत्योदय, प्राथमिकता, एकल निराश्रित, निःशक्तजन राशनकार्डो में (एपीएल राषनकार्ड को छोड़कर) फोर्टीफाइड चांवल वितरण किया जाना है। कबीरधाम जिले में अप्रैल, 2022 से फोर्टीफाइड चांवल का वितरण किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि फोर्टीफाइड राईस में कई पोषक गुण है क्यांकि इसमें आयरन, फोलिक एसिड और विटामिन बी-12 जैसे सूक्ष्म पोषक तत्व या माईक्रोन्युट्रिएंट्स मिलाए जाते हैं। ये पोषक तत्व अनीमिया और सूक्ष्म पोषक तत्वों की कमी से बचाता है। आयरन अनीमिया से बचाव करता है, फोलिक एसिड भ्रुण निर्माण और खून बनाने में सहायक होता है और विटामिन बी-12 नर्वस सिस्टम के सामान्य कामकाज में सहायक होता है। खाद्य अधिकारी ने बताया कि फोर्टीफाइड चांवल के नियमित सेवन से बेहतर पोषण और स्वास्थ्य सुनिश्चित होता है। इसमें प्लास्टिक जैसा कुछ भी नहीं होता और यह उपभोग करने के लिए पूरी तरह से सुरक्षित और स्वास्थ्यवर्धक है। फोर्टीफाइड चांवल स्वाद, सुगंध और दिखने में सामान्य चांवल जैसा ही होता है। इसे सामान्य चांवल की तरह ही पकाकर सेवन करना चाहिए। फोर्टीफाइड चांवल पकाने के दौरान अपने पोषक तत्वों को बरकरार रखता है। अत्यधिक पानी में धोने और पकाने के दौरान भी पोषक तत्व अवषेष बरकरार रहते हैं।