बिलासपुर : संजू त्रिपाठी मर्डर मामले का खुलासा हो गया है। दरअसल ये एक कांट्रेक्ट किलिंग थी, जिसके लिए शूटर्स बाहर से बुलाये गये थे। 14 दिसंबर को हुई इस वारदात के बाद पुलिस के लिए इस केस को साल्व करना बड़ी चुनौती थी। जिस तरह से फिल्मी स्टाईल में पूरी वारदात को अंजाम दिया गया था, उसने पूरे छत्तीसगढ़ को हिलाकर रख दिया। पुलिस ने ने आज अपने पुराने आकलन के मुताबिक ही केस का खुलासा किया। इस मामले में कुल 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, वहीं 5 शूटर्स फरार बताये जे रहे हैं। टीम द्वारा आरोपियो की पतासाजी के दौरान 20,00000 से अधिक मोबाईल नंबरों का विश्लेषण किया गया तथा 100 से अधिक विभिन्न स्थलो के मोबाईल टॉवरो का कॉल डेटा रिकार्ड का अध्ययन किया गया तथा 5 राज्यो (मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, दिल्ली, छत्तीसगढ़) के 1000 से अधिक सीसीटीवी कैमरा का अवलोकन किया गया तथा उक्त राज्यों के करीब 50 से अधिक टोल प्लाजा में लगे सीसीटीवी कैमरा का भी विश्लेषण किया गया। 2 नग पिस्टल और एक कट्टा जप्त किया |
घटना का मास्टर माइंड संपत्ति विवाद के कारण मृतक संजू त्रिपाठी की हत्या का मुख्य साजिशकर्ता है। पैतृक संपत्ति के कारण पूर्व में इसके साथ कुदुदंड के मकान में मृतक द्वारा मारपीट की गठ थी। इसके द्वारा स्थानीय एवं बाहर के अन्य शूटरो को बुलाकर अंजाम दिया गया है। योजना के तहत घटना के बाद छिपने हेतू जम्मू कश्मीर नेपाल, दिल्ली का पूर्व से रैकी कर चुका था। तथा घटना में खर्च हुये एवं हथियार खरीदी में खर्च हुये रकम की व्यवस्था भी इसी के द्वारा किया गया था। इसके पहले भी शूटरो को बुलाकर हत्या करने की योजना बना चुका था, परंतु योजना सफल नही हो सका था। शूटरो को अपने घर के पीछे स्थित स्वयं के मकान में रूकने की व्यवस्था किया। इसने अपराध में शामील अन्य आरोपियों को विश्वास दिलाया कि यह स्वयं बाहर रहकर इनकी मदद करेगा तथा भरत तिवारी, आशीष तिवारी, रवि तिवारी हथियार के साथ गिर० होते, उक्त हथियार को नियोजित तरीके से दो नग पिस्टल को शनीचरी वाले घर तथा एक नग पिस्टल को भिलाई से जप्त कराते, जो इस घटना में प्रयुक्त ही नही हुये है। कपिल त्रिपाठी इन्हें न्यायालय से दोषमुक्त कराने का भी आश्वासन दिया था।
घटना 14 दिसंबर को शाम 04.15 बजे थाना सकरी क्षेत्रांतर्गत स्थित खनिज बैरियर के पास बायपास रोड सकरी में मृतक प्राणनाथ उर्फ संजू त्रिपाठी पिता जयनारायण त्रिपाठी उम्र 42 साल नि० मिलन चौक कुदुदंड थाना सिविल लाईन बिलासपुर की अज्ञात हमलावरो द्वारा गोली मारकर हत्या कर दी गई। प्राप्त सूचना पर श्रीमान् पुलिस महानिरीक्षक महोदय श्री बद्रीनारायण मीणा, श्रीमान् वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदया श्रीमती पारूल माथूर, तत्काल घटना स्थल पहुंचकर घटना स्थल पर उपस्थित व्यक्तियो एवं मृतक की पत्नी सहित अन्य परिजनो से पूछताछ कर घटना के संबंध में प्रारंभिक जानकारी प्राप्त की गई।
प्रारंभिक स्तर पर प्राप्त जानकारी के अनुसार मृतक अपनी हैक्टर कार क्रमांक सीजी / 10/एजेड / 2608: से ग्राम सावाताल स्थित अपने फार्म हाउस से वापस बिलासपुर आ रहा था। घटना समय मृतक संजू त्रिपाठी खनिज बैरियर के पास बायपास रोड सकरी पहुंचा था। इसी समय पूर्व से योजनाबध्द तरीके से घटना घटित करने की तैयारी के साथ मारुती डिजायर, बेलेनो कार में सवारो के द्वारा मृतक संजू त्रिपाठी की गोली मारकर हत्या कर दी गई। घटना पर से थाना सकरी में अपराध क्रमांक 641/2022 धारा 302, 341, 34 भादवि0, 25, 27 आर्म्स एक्ट पंजीबध्द कर विवेचना में लिया गया।
बहन के साथ अवैध संबंध बनाता था संजू …..
मृतक की पत्नी किरण त्रिपाठी से पूछताछ करने पर वह बतायी कि मृतक संजू त्रिपाठी का अपने पिता जयनारायण त्रिपाठी तथा सगे छोटे भाई कपिल त्रिपाठी से पैतृक संपत्ति को लेकर विवाद था। पिता जयनारायण त्रिपाठी तथा सगे छोटे भाई कपिल त्रिपाठी के द्वारा योजना बनाकर हत्या करने की आशंका जताई। प्रारंभिक जानकारी प्राप्त होने पर वरिष्ठ अधिकारियो के दिशा निर्देश पर संदेही तथा अज्ञात आरोपियो की पतासाजी हेतु टीम गठित कर विभिन्न क्षेत्रों में रवाना किया गया। विवेचना पतासाजी के दौरान आरोपियों द्वारा घटना में उपयोग किये गये बेलेनो कार को कोटा रोड पर स्थित ग्राम पोड़ी, स्कार्पियो वाहन को भिलाई, ऐलेन्द्रा कार को मुंगेली रोड पर स्थित दाउ मेडिकल स्टोर के पास से बरामद किया गया है।मृतक की पत्नी से प्राप्त जानकारी के आधार पर मृतक के पिता आरोपी जय नारायण त्रिपाठी को अभिरक्षा में लेकर पूछताछ की गई तथा उसके मोबाईल का परीक्षण अवलोकन किया गया। जिससे यह तथ्य ज्ञात हुआ कि संदेही जय नारायण त्रिपाठी के कुल सगे चार पुत्र-पुत्री है तथा आरोपी जय नारायण त्रिपाठी द्वारा एक लड़की को गोद लिया गया है। गोद ली हुई पुत्री पर मृतक संजू त्रिपाठी हमेशा बुरी नीयत रख उसका शारीरिक शोषण करता था। आरोपी जय नारायण त्रिपाठी की संपत्ति जो शनीचरी बिलासपुर में है, उसे अपने हिस्से में लिखवाने हेतु निरंतर दबाव बनाता था व अपने छोटे भाई कपिल त्रिपाठी को हिस्सा न देने हेतु भी दबाव बनाता था। उक्त संपत्ति को मृतक संजू त्रिपाठी अपने नाम पर पिता द्वारा लिखकर नहीं देने के कारण मृतक संजू त्रपाठी द्वारा कई बार अपने आरोपी पिता के साथ मारपीट हमला किया जा चुका है।
झारखंड के सप्लायर से मिला था हथियार
प्रारंभिक विवेचना में यह भी तथ्य ज्ञात हुआ कि दत्तक पुत्री के साथ आरोपी जय नारायण त्रिपाठी का भी अवैध संबंध है। मृतक संजू त्रिपाठी द्वारा जय नारायण त्रिपाठी की दत्तक पुत्री के साथ बलपूर्वक शारीरिक संबंध बनाना व शनीचरी में स्थित मकान व दुकान जहां दत्तक पुत्री एवं उसका परिवार रहता था, उसे जय नारायण त्रिपाठी दत्तक पुत्रीभरत तिवारी और आशीष तिवारी सभी के द्वारा एक राय होकर संजू त्रिपाठी की हत्या करने की योजना बनाया गया जिसकी पुष्टि जय नारायण के मोबाईल में सुरक्षित ऑडियो रिकार्ड से हुई है। जिसमें कपिल अपने पिता जय नारायण त्रिपाठी को बोल रहा है कि उसके द्वारा संजू त्रिपाठी हत्या करने के बाद कपिल त्रिपाठी को हत्या करने के पश्चात नेपाल भागने की बात भी बोल रहा है।जय नारायण त्रिपाठी, कपिल त्रिपाठी, दत्तक पुत्री भरत तिवारी और आशीष तिवारी द्वारा संजू त्रिपाठी की हत्या की योजना को मूर्त रूप देने के लिये के कपिल त्रिपाठी के द्वारा अपने नजदीकी सहयोगियो सुमीत निर्मलकर तथा प्रेम श्रीवास से राजू त्रिपाठी की हत्या करने के संबंध में चर्चा किया। तत्पश्चात कपिल त्रिपाठी के कहने पर प्रेम श्रीवास द्वारा उत्तरप्रदेश से 05 शूटर बुलाया गया। शूटर लगभग एक माह पूर्व बिलासपुर पहुंचे। जिनको कपिल त्रिपाठी द्वारा अपने घर के पास स्थित अपने ही फार्म हाउस शैलेन्द्र नगर अमेरी में रूकवाने की व्यवस्था किया। रायगढ़ निवासी एक हथियार सप्लायर के साथ कपिल त्रिपाठी एवं प्रेम श्रीवास अंबिकापुर गये, जहां कपिल त्रिपाठी द्वारा झारखंड के हथियार सप्लायर से दो लाख रूपये नगद देकर एक पिस्टल तथा 10 राउंड खरीदा था जिसका पता तलाश जारी है।कपिल त्रिपाठी अपने भाई संजू त्रिपाठी की हत्या करने के लिये बनाये गये योजना के अनुसार कपिल त्रिपाठी अपने साथ स्थानीय सहयोगी सुमीत निर्मलकर, प्रेम श्रीवास, अमन गुप्ता, भरत तिवारी, आशीष तिवारी, रवि तिवारी, राजेन्द्र ठाकुर को मृतक की गोली मारकर हत्या करने के अपराध को अंजाम देने के लिये शामील किया गया। पूरीयोजना को कपिल त्रिपाठी ही तैयार किया था। लगभग एक माह पूर्व से ही मृतक की हत्या कि का प्रयास जारी था। कपिल त्रिपाठी अपने भाई संजू त्रिपाठी की गतिविधी जानने के लिये अपने सहयोगियो के माध्यम र लगातार रेकी करा रहा था। संजू त्रिपाठी की हत्या करने के पश्चात सुमीत निर्मलकर और कपिल त्रिपाठी, प्रेम श्रीवास नेपाल भाग जायेंगे। सुमीत की पत्नी का घर नेपाल की सीमा पर है। इसकी व्यवस्था कपिल त्रिपार्क की पत्नी सुतित्रा त्रिपाठी द्वारा की जा रही थी।
कपिल त्रिपाठी कर रहा था पूरी प्लानिंग
योजना को कपिल त्रिपाठी ही तैयार किया था। लगभग एक माह पूर्व से ही मृतक की हत्या किये जाने का प्रयास जारी था। कपिल त्रिपाठी अपने भाई संजू त्रिपाठी की गतिविधी जानने के लिये अपने सहयोगियों के माध्यम से लगातार रैकी करा रहा था। संजू त्रिपाठी की हत्या करने के पश्चात सुमीत निर्मलकर और कपिल त्रिपाठी, प्रेम श्रीवास नेपाल भाग जायेंगे सुमीत की पत्नी का घर नेपाल की सीमा पर है। इसकी व्यवस्था कपिल त्रिपाठी की पत्नी सुतित्रा त्रिपाठी द्वारा की जा रही थी। भरत तिवारी, आशीष तिवारी, रवि तिवारी हथियार के साथ गिर० होते. उक्त हथियार को नियोजित तरीके से दो नग पिस्टल को शनीचरी वाले घर तथा एक नग पिस्टल को भिलाई से जप्त कराते, जो इस घटना में प्रयुक्त ही नहीं हुये है। कपिल त्रिपाठी इन्हें न्यायालय से दोषमुक्त कराने का भी आश्वासन दिया था।14 दिसंबर को कपिल त्रिपाठी के पास खबर आयी कि आज दोपहर को सजु त्रिपाठी अपने फार्म हाउस सांवाताल जाएगा। तब कपिल त्रिपाठी हम सभी को बताया कि संजू त्रिपाठी को सांवाताल से वापसी में उसकी हत्या करना है तब हम सभी आपस में मिलकर यह तय किये कि सकरी पुराना थाना चौक ब्रिज (खनिज बेरियर के सामने बायपास रोड ) पर स्थित स्पीड ब्रेकर में जब संजु त्रिपाठी अपनी कार की गतिसीमा को धीमी करेगा, इसी समय उसकी कार को घेर कर दोनों तरफ से फायरिंग कर सजू त्रिपाठी की हत्या कर देंगे।
लम्बे समय से चल रहा था प्लानिंग
योजना के अनुसार सभी पहले से ही रेकी किये स्थान कोटा रोड में पोडी ग्राम की तरफ एक सुनसान जगह में नीले रंग की बेलेनो कार को छोड़कर कर डिजायर कार कमांक सीजी / 10/ बीएल / 0577 में पांचो शुटर एवं प्रेम श्रीवास भागेंगे तथा मेरी एलाट्रा कार में अमन गुप्ता, भरत तिवारी, आशीष तिवारी एवं रवि तिवारी बैठकर शहडोल जायेंगे तथा अमन वापस बिलासपुर आ जायेगा। कपिल त्रिपाठी पूर्व नियोजित तरीके से सुमीत निर्मलकर को सफेद स्कार्पियो से भिलाई पहुंचेगा और कपिल त्रिपाठी किसी अन्य साधन से मिलाई तक पहुच जाएगा। कपिल त्रिपाठी योजना बनाते समय बोला था कि मैं बाहर रहुंगा तो, तुम सभी को केस से बरी करा लूंगा और जल्दी बेल भी करा लूंगा, और जब-जब मै जिसको जिसको सरेंडर करने बोलूंगा सरेंडर करते जाना नीले रंग के बेलेनो कार में बाहर से आये हुये तीन शुटर बैठेंगे तथा अमन गुप्ता की डिजायर कार में दो शुटर को लेकर राजेन्द्र ठाकुर बैठा जो पहले से ही सकरी पुराना थाना चौक ब्रिज (खनिज बेरियर के सामने बायपास रोड) के आसपास मौजूद थे तथा अमन गुप्ता व भरत तिवारी, आशीष तिवारी, रवि तिवारी एवं प्रेम श्रीवास अमन गुप्ता की एलांट्रा कार में संजु त्रिपाठी की रेकी किये। तब अमन गुप्ता अपनी एलांट्रा कार में भरत तिवारी, आशीष तिवारी रवि तिवारी एवं प्रेम श्रीवास को बैठाकर संजू तिवारी का रेकी करने तखतपुर रोड की तरफ आगे बढ़ गये। कानन पेण्डारी से लगभग एक किलोमीटर आगे, संजु त्रिपाठी की महामंत्री कांग्रेस कमेटी बिलासपुर लिखी सफेद रंग की एमजी हेक्टर कार दिखी। तब प्रेम श्रीवास द्वारा वाटसअप कॉल के माध्यम से मौके में उपस्थित एक शुटर को कॉल कर बताया कि संजू त्रिपाठी की गाड़ी बिलासपुर की ओर जा रही है, तुम लोग देख लेना। इसके बाद एलेंदा कार में बैठे सभी तखतपुर की ओर कुछ दूर आगे बढे, फिर यूटर्न मोड कर बिलासपुर की ओर आ रहे थे, तभी कोटा मोड़ के पास आरोपियों को नीले रंग की बेलेनो कार जिसमें शूटर बैठे थे दिखाई दी। बेलेनो कार देखकर आरोपी गण समझ गये कि शूटरो ने सजू त्रिपाठी हत्या कर दिये है। इसके बाद सभी पूर्व में नियोजित योजना के अनुसार बेलेनो कार के पीछे-पीछे कार को छोड़ने पोड़ी गये और घटना में प्रयुक्त वाहन को पौड़ी में छोड़कर पांच शूटर व प्रेम श्रीवास डिजायर कार कमांक सीजी/10/ बीएल / 0577 मे बैठककर शहडोल की तरफ भाग गये तथा अमन गुप्ता की एलांट्रा कार अमन सहित भरत तिवारी, आशीष तिवारी, रवि तिवारी और राजेन्द्र ठाकुर भी शहडोल की तरफ भागे तथा अमन गुप्ता ने एलेन्द्रा कार में सवार भरत तिवारी, आशीष तिवारी, रवि तिवारी एवं राजेन्द्र ठाकुर को शहडोल शराब भट्टी के पास छोड़कर वापस बिलासपुर आकर अपनी कार को छिपा कर भाग गया।
आरोपियो की गिरफ्तारी
घटना के बाद सुमीत निर्मलकर किराये की स्कार्पियो कार से भिलाई चला गया था एवं कपिल त्रिपाठी घटना के बाद अपनी पत्नी को फोन कर एक बैग में कुछ कपड़े पैक कर रिंकू तिवारी गार्ड को देने बोलकर बिलासपुर से लिफ्ट लेकर भिलाई पहुंचा जहां सुमित निर्मलकर उसका इंतजार कर रहा था। विवेचना के दौरान पूछताछ एवं तकनीकी डेटा के विश्लेषण से इनके भागने संभावित रास्तो का पता किया गया। जिसमे पता चला कि सुमित निर्मलकर व कपिल त्रिपाठी दोनों भिलाई से गोंदिया होते हुये भोपाल पहुंचे।
दोनों ने एक टैक्सी ड्रायवर से लिफ्ट लिया फिर वहां से बस से इंदौर पहुंचे। इन्दौर से बस से दिल्ली पहुंचे दिल्ली में टैक्सी करके नेपाल जाने वाली बस में बैठे। नेपाल जाते समय लखनउ टोल प्लाजा के पास यूपी पुलिस की सहयोग एव समन्यवय से कपिल और सुमीत निर्मलकर को गिरफ्तार किया गया। उसके बाद प्रेम श्रीवास जो शहडोल होते हुये यूपी भाग गया था, को लखनउ से गिर० किया गया। भरत तिवारी, रवि तिवारी, आशीष तिवारी एवं राजेन्द्र सिंह ठाकुर, जो शहडोल होते हुये दिल्ली भाग गये थे. इनको दिल्ली पुलिस की सहयोग एवं समन्यवय से दिल्ली में गिरफतार किया गया। अमन गुप्ता को सिरगिटी बस स्टैंड के पास से गिर० किया गया है। आरोपियों की गिर0 में मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, दिल्ली एवं यूपी० पुलिस के साथ साथ, भोपाल का टेक्सी ड्रायवर, दिल्ली का कैब डायवर, बस ड्रायवर का विशेष सहयोग रहा।
घटना में प्रयुक्त वाहनो का विवरण
प्रकरण में आरोपीगणों द्वारा घटना में प्रयुक्त वाहन एक नग एलांट्रा कार क्रमांक सी.जी. 10. एक्स. 5566 एवं डिजायर कार सफेद रंग की क्रमांक सी.जी. 10. बी. एल.0577 आरोपी अमन गुप्ता की थी, एक स्कार्पियों कार सफेद रंग की कमांक सी. जी. 10 ए.यू. 9953 जिसे आरोपी सुमीत निर्मलकर द्वारा किराये पर आकाश कोशले से लिए थे तथा एक बलेनो कार नीले रंग की कमांक सी.जी.10.एफ.1372 का प्रयोग किया गया गया है एलाण्ट्रा कार में आरोपी अमन गुप्ता, प्रेम श्रीवास, भरत तिवारी, रवि तिवारी बैठे, सफेद डिजायर कार में अज्ञात 03 शुटर्स एवं आशीष तिवारी एवंकार राजेन्द्र ठाकुर बैठे व बलेनो कार में 02 अज्ञात शुटर्स एवं स्कार्पिया सुमित निर्मलकर बैठकर आरोपी कपिल त्रिपाठी के घर निकले जो घुरू अमेरी रास्ते से गीता पैलेस होकर उसलापुर होकर मुख्य मार्ग में आए सबसे पहले फिर बलेनो उसके बाद एलण्ट्रा कार एवं सबसे पीछे सफेद स्कार्पियो थी घटना स्थल सबसे पहले बलेनो कार थी एवं एलाण्ट्रा कार रेक करने वास्ते कानन पेण्डारी के आगे बढ गया स्कार्पियो व पास खडी थी जो घटना घटित होने के बाद रायपुर रोड की ओर भाग गयी एवं एक डिजायर छोटा रोड तरफ भागे उसके बाद रेकी करने वाला वाहन एलाण्ट्रा रेकी कर वापस कोटा मोड़ पहुच में प्रयुक्त नीले रंग के बलेनो कार को देख काम हो जाने के अंदेशा पर बलेनो के पीछे एलाण्ट्रा चलने लगी एवंडिजायर भी पीछे पीछे आ गयी। कोटा रोड भरनी के आगे पोडी ग्राम पहुंच मार्ग में एक सुनसान जगह में बलेनो कारको खड़ा कर सफेद स्वीफट डिजायर कार में 05 नफर अज्ञात शुटर्स व प्रेम श्रीवास तथा सफेद एलाण्ट्रा कार मेंअमन गुप्ता, राजेन्द्र ठाकुर, आशीष तिवारी, भरत तिवारी, रवि तिवारी बैठकर शहडोल की तरफ भाग गये।
डायरकार में सवार युवक शहडोल में नही मिलने से एलाण्टा में सवार आरोपी राजेन्द्र ठाकुर, आशीष तिवारी, भरत तिवारी,रवि विमान को अमन राप्ता शाहडोल में छोड़कर सुबह सुबह वापस अपने घर आ गया।राजेन्द्र ठाकुर बैठे व बलेनो कार में 02 अज्ञात शुटर्स एवं स्कार्पिया सुमित निर्मलकर बैठकर आरोपी कपिल त्रिपाठी के घर निकले जो घुरू अमेरी रास्ते से गीता पैलेस होकर उसलापुर होकर मुख्य मार्ग में आए सबसे पहले डिजायर कार फिर बलेनो उसके बाद एलण्ट्रा कार एवं सबसे पीछे सफेद स्कार्पियो थी घटना स्थल सबसे पहले डिजायर कार एवं बलेनो कार थी एवं एलाण्ट्रा कार रेक करने वास्ते कानन पेण्डारी के आगे बढ गया स्कार्पियो वाहन घटना स्थल के पास खड़ी थी जो घटना घटित होने के बाद रायपुर रोड की ओर भाग गयी एवं एक डिजायर कार एवं बलेनो कार कोटा रोड तरफ भागे उसके बाद रेकी करने वाला वाहन एलाण्ट्रा रेकी कर वापस कोटा मोड पहुचे थे जिन्होंने घटना मैं प्रयुक्त नीले रंग के बलेनो कार को देख काम हो जाने के अंदेशा पर बलेनो के पीछे एलाण्ट्रा चलने लगी एवं डिजायर भी पीछे पीछे आ गयी। कोटा रोड भरनी के आगे पोड़ी ग्राम पहुंच मार्ग में एक सुनसान जगह में बलेनो कार को खड़ा कर सफेद स्वीफट डिजायर कार में 05 नफर अज्ञात शुटर्स व प्रेम श्रीवास तथा सफेद एलाण्ट्रा कार में अमन गुप्ता, राजेन्द्र ठाकुर, आशीष तिवारी, भरत तिवारी, रवि तिवारी बैठकर शहडोल की तरफ भाग गये । डिजायर कार में सवार युवक शहडोल में नही मिलने से एलाण्टा में सवार आरोपी राजेन्द्र ठाकुर, आशीष तिवारी, भरत तिवारी, रवि तिवारी को अमन गुप्ता शहडोल में छोड़कर सुबह सुबह वापस अपने घर आ गया और गाड़ी अपने घर के पीछे पार्क कर दिया था।