छत्तीसगढ़ : 3 जनवरी 2023 कोरबा कलेक्टर संजीव झा मंगलवार को एक बार फिर एसईसीएल की मनमानी पर जमकर भड़क गये। कलेक्टर ने एसईसीएल प्रबंधन के अफसरों को चेतावनी देते हुए साफ कर दिया हैं कि भूविस्थापितों को नौकरी देने के नाम पर अगर अफसर मनमानी करेंगे, तो ये बर्दाश्त नही किया जायेगा। दिव्यांगता के नाम पर भूविस्थापित को नौकरी के लिए भटकाने के मामले में कलेक्टर ने कुसमुंडा परियोजना के CGM को नोटिस जारी कर दिया हैं। कलेक्टर के के सख्त तेवर के बाद हड़कंप मचा हुआ हैं।
कोयला उत्पादन में कीर्तिमान हासिल करने वाला एसईसीएल प्रबंधन भूविस्थापितों को उनका हक देने के नाम पर लगातार मनमानी करने से बाज नही आ रहा हैं। आलम ये हैं कि एसईसीएल प्रबंधन भूविस्थापितों की पुस्तैनी जमीन खदान के लिए अधिग्रहित करने के सालों बाद भी नियम-कानून बताकर नौकरी के लिए भटका रहे हैं। मंगलवार को जन चौपाल में कलेक्टर संजीव झा के सामने ग्राम सोनपुरी निवासी गुरूदयाल सिंह कंवर ने अपनी फरियाद लेकर पहुंचा। उसने बताया कि एसईसीएल कुसमुण्डा परियोजना के द्वारा उसकी 2 एकड़ जमीन कोयला खदान के लिए सालों पहले अधिग्रहित कर लिया गया। लेकिन नौकरी देने के वक्त वर्ष 2008 में आंख की रौशनी कमजोर होने पर मेडिकल अनफिट बताकर नौकरी नही दिया गया।
भू-विस्थापित गुरूदयाल ने बताया कि वह अपने बेटे अमर कुमार कंवर को अपने स्थान पर नौकरी दिलवाना चाहता है। जिसके लिए वह कई बार कुसमुण्डा क्षेत्र के अधिकारियों को आवेदन दे चुका है। लेकिन प्रबंधन द्वारा भूविस्थापित के बेटे को भी उसके हक की नौकरी देने के नाम पर घुमाया जा रहा हैं। भूविस्थापित की इस शिकायत के बाद कलेक्टर संजीव झा का गुस्सा भड़क गया। कलेक्टर ने एसईसीएल प्रबंधन के अधिकारियों पर नाराजगी जताते हुए तत्काल कुसमुंडा परियोजना के CGM को नोटिस जारी करने का आदेश दिया गया। कलेक्टर संजीव झा ने बीच जन चौपाल में एसईसीएल के अफसरों को चेताते हुए साफ कर दिया कि भूविस्थापितों की जमीन लेने के बाद उन्हे नौकरी के लिए भटकाना सही नही हैं।
अगर भूविस्थापित मेडिकल अनफिट हो गया, तो उसके वारिश को नियम के तहत नौकरी मिलनी चाहिए। इसके बाद भी यदि प्रबंधन भूविस्थापितों को उनके हक के लिए अपने कार्यायल का चक्कर लगवाते हैं, तो ये बर्दाश्त नही किया जायेगा। गौरतलब हैं कि इससे पहले भी एसईसीएल दीपका परियोजना द्वारा एक भूविस्थापित को मेडिकल अनफिट बताकर नौकरी के लिए घुमाया जा रहा था। इस मामले में भी कलेक्टर ने CGM को नोटिस जारी किया गया था। एक सप्ताह के भीतर दूसरी बार भूविस्थापितों के मामले में एसईसीएल प्रबंधन की मनमानी पर कलेक्टर के सख्त तेवर देखने के बाद अधिकारियों के बीच हड़कंप मचा हुआ हैं।