नई दिल्ली : 13 दिसंबर 2022
संसद का शीत सत्र लगातार जारी है। शीत सत्र के दौरान सदन में कई मुद्दों को लेकर पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी बहस देखने को मिल रही है। रोजाना नए मुद्दों को लेकर पक्ष और विपक्ष आमने सामने होते हैं। वहीं, बीते बुधवार को सीनियर सिटीजंस को ट्रेन टिकट में दी जाने वाली छूट का मुद्दा गूंजा, जिस पर रेलवे मंत्री ने जवाब दिया।
लोकसभा में रेलमंत्री से सवाल पूछा गया कि रेलवे कंसेशन के अभाव में 63 लाख सीनियर सिटीजंस ने रेल सफर करना बंद कर दिया तो क्या रेलवे सीनियर सिटीजंस को फिर से रेल किराये पर कंसेशन देने के संसद की स्थाई समिति सुझाव को मानेगी?
इस सवाल के लिखित जवाब में रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव ने कहा कि 2019-20 में रेलवे ने पैसेंजर टिकट पर 59,837 करोड़ रुपये की सब्सिडी दी है। यानि हर रेल यात्री को रेलवे ने किराये पर औसतन 53 फीसदी की छूट प्रदान की है। रेल मंत्री ने ये माना कि रेलवे से जुड़ी संसद की स्थाई समिति ने स्लीपर और 3एसी क्लास में सीनियर सिटीजन को रेल टिकट पर कंसेशन देने का सुझाव दिया है।
रेल मंत्री ने सदन को बताया कि भारतीय रेल, गरीब रथ, राजधानी, शताब्दी, दुरंतो, वंदे भारत, गतिमान, तेजस, हमसफर के अलावा मेल-एक्सप्रेस और सामान्य पैसेंजर ट्रेनें चलाता है, जिसमें फर्स्ट एसी, सेकेंड एसी, थर्ड एसी, एसी चेयर कार, स्लीपर क्लास के साथ रिजर्व और अनरिजर्न कैटगरी के सेकेंड क्लास में पैसेंजर्स के लिए अलग अलग फेयर स्ट्रक्चर है। सीनियर सिटीजन अपने सुविधा अनुसार उसमें सफर कर सकते हैं।