बिलासपुर : 13 फरवरी 2023 छत्तीसगढ़ में कार्यरत आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं / सहायिकाओं की हड़ताल पिछले 22 दिन से लगातार जारी है। जिससे आंगनबाड़ी केंद्रों में ताला लगा है और इस विभाग से जुड़ी सभी परियोजनाएं बंद है। लेकिन आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं / सहायिकाओं की मांगों को लेकर सरकार ने अब तक कोई पहल नहीं की है। इस मुद्दे पर सरकार को गंभीर होना चाहिए।यह बात भाजपा नेत्री और छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष हर्षिता पांडे ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं के आंदोलन स्थल पर कहीं। उन्होंने आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं / सहायिकाओं की मांगों का समर्थन किया। संगठन ने 6 सूत्री मांगे रखी हैं। हर्षिता पांडे ने कहा कि छत्तीसगढ़ की मौजूदा सरकार जिन वादों को सामने रखकर आई थी ,उन वादों को पूरा करना चाहिए। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सहायिका 25 – 30 साल से नौकरी कर रही हैं। लेकिन उन्हें कोई आर्थिक सुरक्षा नहीं है और न ही उन्हें प्रमोशन मिलता है। समाज की सभी बहनों और छोटे बच्चों के पोषण से संबंधित परियोजनाओं का संचालन करने वाली इन बहनों की मांग जायज है । सरकार को इस ओर तत्काल ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ताऔर सहायिकाएं पिछले 22 दिन से लगातार हड़ताल पर हैं। जिससे आंगनबाड़ी केंद्रों में ताले लग गए हैं और विभाग की सारी परियोजनाएं ठप हैं। लेकिन इस और सरकार ध्यान नहीं दे रही है। उन्होंने कहा कि सरकार को इस और तत्काल ध्यान देकर सभी मांगों को पूरा करना चाहिए।

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